 
                             
                                                                    आज मुझे महसूस हुआ के एपिसोड में श्वेता शर्मा दिवाली की बधाई के साथ-साथ पटाखों की बात करेंगी। कैसे जब चरखी घूमती थी तो हर ओर उसी का शोर और रौशनी फैला करती थी। मगर गौर से देखेंगे तो आपको दिवाली में रौशनी के अलावा धुआं दिखेगा, दिवाली के अगले दिन सड़क पर पड़ा पटाखों का कचरा भी दिखेगा। सुनें आज का एपिसोड और फिर से सोचें कि पठाखे जलाये तो क्या ख़ाक दिवाली मनाई।