वो कानून कौन सा है जिसकी नज़र में जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल जुर्म है और सीधे जेल ही होती है? इस कानून के तहत किस आधार पर ये तय होता है कि फलाँ शब्द का प्रयोग गलत है? सोशल मीडिया पर कोई नस्लीय या जातीय टिप्पणी करता है तो उस पर कैसे कारवाई होती है और कितनी सजा हो सकती है, सुनिए 'ज्ञान ध्यान' के इस एपिसोड में जमशेद क़मर सिद्दीकी से.