मोहनजी ने एक युवक के प्रश्न का उत्तर दिया है। यह प्रश्नोत्तर आज हमारे विचारों के लिए एक प्रेरणा है। इस पॉडकास्ट के माध्यम से मोहनजी के शब्दों में जानें कि “हम कैसे व्यस्त होते हुए भी, अन्य लोगों को सफल बना सकते हैं? हम दूसरों को सफल बनाने में असफल क्यों होते हैं? क्या है जो हमें दूसरों के साथ तुलना और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने को विवश करता हैं ”।
view more