सड़क-छाप गैंग आम तौर पर छोटी-मोटी और निम्न स्तर की हिंसक घटनाओं के साथ एक राष्ट्रवादी हिंदू राष्ट्र के निर्माण की कोशिश में जुटे हैं. सांप्रदायिक हिंसा पहले भी होती रही है, लेकिन तब कम से कम संस्थाओं की सर्वोच्चता को चुनौती नहीं मिलती थी.
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https://hindi.theprint.in/opinion/deliberate-disregard-of-hindutva-violence-in-india-should-not-become-a-major-threat-to-the-country/310076/