अपने नाना जुल्फिकार अली भुट्टो की तरह बिलावल भी सियासी सीढ़ियां चढ़ने के लिए राष्ट्रवाद पर दांव लगा रहे हैं और सैन्य जनरलों का भरोसा जीतने की कोशिशों में जुटे हैं. उनकी इस रणनीति से मुल्क पर सेना की पकड़ और मजबूत ही होगी.----more----Read the article here: https://hindi.theprint.in/opinion/bilawal-bhutto-pakistani-army-zulfikar-ali-bhutto-united-nations-1971war/443837/