सितंबर में कन्याकुमारी से इस यात्रा की शुरुआत कांग्रेस के एक कार्यक्रम के तौर पर हुई थी. लेकिन उत्तर भारत में प्रवेश के साथ ही प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल इसे व्यापक-विपक्ष का रंग देने की एक कोशिश मानने लगे हैं.----more----Read the article here: https://hindi.theprint.in/politics/bharat-jodo-yatra-rahul-gandhi-bjp-kamal-hasan-tmc/447921/