अधिकारियों का दावा है कि जिन लोगों की पहचान हाथ से मैला ढोने वालों के रूप में की गई है, वे अब ये काम नहीं कर रहे हैं. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कई शहरी, ग्रामीण इलाकों में खराब बुनियादी ढांचे के कारण अभी भी इस तरह से काम हो रहा है.----more----Read full article here: https://hindi.theprint.in/india/one-time-cash-aid-of-rs-40000-each-loans-whats-on-karnatakas-action-plan-for-manual-scavengers/600940/